[15+ ideas] How To Start Mahila Gruh Udyog (हिंदी) 2022

दोस्तों, How To Start Mahila Gruh Udyog इस सवाल का जवाब काफी महिलाएँ जानना चाहती हैं क्योंकि आज के समय में नौकरी या रोज़गार हासिल करना ऐक बहुत ही कठिन और पैचिदा मामला है।

कोई एक कंपनी में नौकरी के लिए 10 सीट खाली होंगे तो 100 लोग उन सीटों के लिए इंटरव्यू देते हैं। अगर पुरुषो का यह हाल है तो जरा सोचिए ऐसे में महिलाओं के लिए उचित नौकरी हासिल करना बहुत ही मुश्किल है।

इन हालात में महिलाओं के लिए सबसे बेहतरीन उपाय यह है कि एक छोटी जी राशि लगा कर घर पर अपना व्यवसाय (जिसे हम गृह उद्योग कहते हैं) शुरू करना है। महिलाओं के लिए बहुत सारे गृह उद्योग के तरीके हैं जिनकी मदद से महिलाएं घर बैठे ही व्यापार शुरू कर सकती हैं और नौकरी से अधिक पैसे भी आसानी से कमा सकती हैं। 

हमारे देश में ज्यादातर महिलाएं हाउस वाइफ हैं जो नौकरी नहीं करती है या फिर परिवार की जिम्मेदारियों के कारण नौकरी करने में सक्षम नहीं हैं। कई महिलाएं ऐसी भी हैं जो कुछ काम करने को उत्साहित होती हैं, मगर उन्हें समज नहीं आता की इस महिला गृह उद्योग की शुरुआत कहां से और कैसे की जाए।

How To Start Mahila Gruh Udyog

इस आर्टिकल में कुछ ऐसे बेहतरीन गृहउद्योग के सुझाव किए गए हैं, जिनको महिलाएं आसानी से घर बैठे शुरू कर सकती हैं और अपने कामयाबी से अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हैं।

1) नमकीन बनाने का गृह उद्योग

नमकीन खाना हर एक को पसंद होता है। महिलाएं घर पर ही नमकीन बनाकर बाजार में उसे सही दाम पर बेच सकती हैं।

आपको नमकीन बनाने के गृह उद्योग के लिए सिर्फ बेसन के साथ विभिन्न प्रकार की दालें और सिर्फ अच्छी कवोलिटी के तेल की सी जरूरत होती हैं। यह कारोबार तेज़ी से विकसित हो रहा है इससे आप अच्छा मुनाफा हासिल कर सकते हैं।

2) मेंहदी लगाने का गृह उद्योग 

हमारे देश में विवाह और त्यौहारों मे मेंहदी लगाने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। इस व्यवसाय को शूरु करने के लिए किसी मशीन को खरीदने की जरूरत होती है ओर ना ही किसी तरह का रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है।

बस हमें अपनी कला को ही आजमाना है। इस व्यवसाय की मांग हर दिन बढती ही जा रही है। मेंहदी के डिजाइन सिखाने के लिए कई सरकारी योजनाओं के तहत ट्रेनिंग भी दी जाती है। घर पर रहने वाली महिलाओं के लिए यह एक बहुत ही अच्छा विकल्प है।

3) टिफिन बनाने का गृह उद्योग

अपने गांव मे उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं होने के कारण विधार्थी शहरों में या फिर अन्य और गांव में जाकर रहते हैं, नौकरी पेशा लोगों का भी यही हाल होता है। इन स्थितियों में उन्हें टिफिन लेकर खाने की आवश्यकता रहती हैं।

महिलाओं के लिए यह एक बेस्ट कमाई का जरिया है। घर पर ही स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक खाना बना कर आसानी से डब्बे में पैक कर पहुंचाया जाता हैं। फिलहाल Covid-19 महामारी में जब सभी रेस्टोरेंट्स और चाट, पार्लर बंद थे। तब से टिफिन का व्यवसाय काफी लोकप्रिय हो गया है।

4) केक बनाने का गृह उद्योग

दोस्तों, यह भी एक आसान तरीका है, पैसे कमाने का। महिलाएं बर्थडे पार्टी या फिर अन्य कोई भी फंक्शन के लिए केक बनाकर दे सकती है। मगर इस उधोग के लिए आपको माइक्रोवेव की आवश्यकता रहेगी। जो आपको आसानी से 10,000 रूपए में मिल जायेगा।  

5) पापड़ बनाने का उद्योग

महिलाएं अपने घर पर ही पापड़ बनाकर अच्छे दामों से बाजार में बेच जा सकती है। पापड़ चावल का आटा, मूंग दाल, गेहूं और उड़द दाल से बनाए जाते हैं । पापड की बाजार में बिक्री करने से इस उद्योग को काफी ही अच्छा व्यवसाय बनाया जा सकता है। 

6) सिलाई-कढ़ाई का उद्योग

घर बैठे कपड़ो की सिलाई करने से भी अच्छी आमदनी हासिल होती हैं। इसके लिए आपके पास एक मशीन होना जरूरी है। सिलाई मशीन मार्केट में अलग अलग दामों में आसानी से मिल जायेगी। 

महिलाओं को सिलाई काम सिखाने के लिए सरकार की तरफ से स्किल डेवलपमेंट के तहत ट्रेनिंग भी दी जाती है। इसके अलावा कुछ NGOs की तरफ से भी महिलाओं को सिलाई कढ़ाई आदि की ट्रेनिंग दी जाती है। 

7) अचार बनाने का गृहउद्योग

घर पर ही अलग अलग तरह के आचार जैसे मिर्च, आम, नींबू आवंला आदि बनाकर बेचा जा सकता है। आचार का व्यापार कम खर्च और मेहनत व लगन से आसानी से किया जा सकता है। 

8) साबुन बनाने का गृहउद्योग 

साबुन बनाने के गृहउद्योग के लिए तेल, एसेंस,कास्टिक सोडा, आटा आदि सामग्री की जरूरत होती है। इनको मिलाकर साबुन तैयार करके बाजार में आसानी से बेचा जा सकता है। 

इस उधोग में कुशलता हेतु जिला उद्योग केंद्र द्वारा 3 से 6 महीने की ट्रेनिंग भी दी जाती है। ट्रेनिंग उधोग के लिए 10वी कक्षा पास होना जरूरी है। इस उधोग को विकसित करने के लिए जिला उद्योग केंद्र से 25 लाख तक का लोन भी मिल सकता है।

9) आइसक्रीम बनाने का गृहउद्योग

इस गृहउद्योग को महिलाएं घर बैठे कम लागत में शुरू कर सकती हैं। आइसक्रीम बनाने के लिए दूध और दूध का पाउडर, क्रीम, चीनी, और मक्खन आदि चीजों की आवश्यकता रहती है। 

इसके साथ ही कलर पाउडर और फ्लेवर पाउडर की भी आवश्यकता रहती है। यह सारी चीज़ें मार्केट में आसानी से मिल जाती हैं। 

10) मिट्टी के बर्तन बनाने का गृहउद्योग

गांव के विस्तारो में मिट्टी के बर्तन बनाने का चलन प्राचीन काल से है। मिट्टी के बर्तन का उपयोग वर्तमान समय में भी किया जाता है। इस उधोग को कम लागत में शुरू किया जा सकता है। घर पर ही मिट्टी का घड़ा, मिट्टी के खिलौने, मूर्तियाँ आदि तैयार कर बाजार में सही दामों में बेचा जा सकता है।

11) मसाला बनाने का गृहउद्योग

अलग अलग प्रकार के मसालों को पीस कर बाजार में बेचा जा सकता है जैसे कि लाल मिर्च, हल्दी और धनिया आदि । इस उधोग के लिए आपको मसाला पीसने के लिए छोटी चक्की की जरूरत होगी।

12) अगरबत्ती बनाने का गृहउद्योग 

यह उधोग भी कम लागत में अधिक फायदेमंद उद्योग है।  इस व्यवसाय को शूरु करने के लिए  50,000 से 60,000 रुपये की किमत में मशीन खरीदकर आप अच्छे पैसे कमा सकते हैं। 

अगरबत्ती चारकोल पाउडर, वुड पाउडर रोल, धूप और अन्य सुगन्धित सामग्री का मिश्रण  करके  बनाई जाती हैं। पूजा-अर्चना करने के लिए इसका इस्तेमाल  होता है।

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13) चूड़ी बनाने का उद्योग 

आप घर बैठकर ही अपने परिवार के सहयोग से यह व्यवसाय कर सकते हैं। इनके लिए आपको 50 से 70 हजार  की किमत की एक मशीन और कच्चा माल  खरीदना पड़ेगा। आप प्लास्टिक की चूड़ियां बनाकर इसे सही दामों में बेच कर प्रतिदिन एक हजार रुपये तक  कमाई कर सकते हैं। 

14) गाय, भेड़ व बकरी का पालन उद्योग

गाय, भेड़ व बकरी का पालन कर अच्छा मुनाफा हासिल किया जा सकता है। अच्छी नस्ल की गाय खरीदकर दूध बेचा जा सकता है। इसके साथ ही आप दही, माखन, घी व छाछ  बेच कर भी  कमाई कर सकते हैं। 

पशुओं से प्राप्त होने वाली गोबर खाद को बेचकर भी काफी ही फायदा होता हैं। उधोग का यह प्रकार सबसे अधिक मुनाफा देने वाले कुटीर उद्योगो में से एक है। अगर आप इस उद्योग को शुरू करना चाहती है तो आपको सरकार की ओर से लोन और ट्रेनिंग भी दिया जाता है।

15) कपड़ों को छपाई करने का व्यवसाय 

कपड़ों को सही तरीके से रंगकर और उन पर छपाई करके छोटे व्यवसाय का स्वरूप दिया जा सकता है। कइ फैक्टरियां, तैयार साधे हुए कपड़े को रंगने के लिए देती हैं।

ताकि उसी कपड़े को और भी आकर्षक बनाया जा सके। अगर आप इस उधोग को शुरू करना चाहती हो तो आपको कपड़े बनाने वाली फैक्टरी से सम्पर्क करना पड़ेगा । कम लागत का यह व्यवसाय भी फैलता जा रहा है।

16) साडियों और कपड़ो का उद्योग

फिलहाल मार्केट में साडियों की मांग अधिक होने से ये उधोग छोटे से स्तर पर भी शूरु किया जा सकता है। यदि अगर आप ये व्यवसाय शुरू करेंगे तो आपकी ज्यादातर साडियां और कपड़े आपके मोहल्ले या आस-पास के विस्तार में ही बिक जाते हैं। 

आप गुजरात के अहमदाबाद या सूरत शहर से अच्छी क्वालिटी की और कम दाम वाली साड़ी और कपड़े खरीदकर ले आए या फिर अगर यआपके नजदीक कोई  मार्केट हो तो आप वहीं से खरीद ले। अगर संभव हो तो  आप अपने क्षेत्र में कोई खास पौशाकों का चलन हो तो उन्हें भी लाकर बेचे। 

Gurh Udyog Ideas

अगर आप खाने के उत्पादों का व्यवसाय या फिर टिफिन का व्यवसाय शुरू करते हैं तो इसके लिए FSSAI में आवेदन करके लाइसेंस लेना जरूर याद रखें। 

आप में अगर कोई कौशल है और अगर आपके पास Gruh Udyog Ideas है तो आप उसका उपयोग करके भी अपने घर पर रहेकर ही अच्छे से अच्छे पैसे कमाने का सपना साकार कर सकते हैं। इन सभी गृह उद्योग को शुरू करने के लिए आप अपने घर की महिलाओं से भी और बेहतर जानकारी हासिल कर सकते हैं क्योंकि महिलाओं को इन सभी विषयों में विस्तृत जानकारी होती है।

Gruh Udyog Investment

महिलाओं को इस प्रकार के गृह उद्योग कम लागत में शुरू कर सकती हैं। इतना ही नहीं महिला गृह उद्योग में निवेश के लिए सरकार की तरफ से भी कई तरह की लोन दी जाती है। इन सभी लोन पर ब्याज का दर भी काफी कम रहता हैं। Gruh Udyog Investment करना बहुत easy है क्योंकि महिलों को रोजगार देने कि सरकार की काफी अच्छी नीतियां हैं। 

महिला गृहउद्योग में निवेश के लिए लोन कैसे मिलेगा?

सरकार द्वारा महिलाओं को गृह उद्योग शुरू करने लिए कम ब्याज दरों पर लोन दिया जाता है। यह लोन किसान क्रेडिट कार्ड योजना के जरिए आसानी से बिना किसी दस्तावेज के मिल सकता है। उधमी महिलाएं जो कलात्मक शैली के द्वारा या नई पद्धति के द्वारा गृह उद्योग शुरू करना चाहती हैं तो उन्हें 
CGFT के तहत भी लोन दिया जाता है जिससे वह अपने कामकाज में बिना किसी रूकावट के प्रगति कर सके।

सरकार ने छोटे-छोटे उधोग को बढ़ावा देने और सुरक्षित करने के लिए सब्सिडी का प्रावधान भी रखा है, मगर सब्सिडी, लोन की क़िस्त नियमित रूप से देने पर अंतिम अवधि में ही दी जाती है।
साथ ही सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना,प्रधानमंत्री रोजगार जेनरेशन प्रोग्राम,राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम, प्रधानमंत्री रोजगार योजना, आदि। जैसी कई विकास योजनाओं को भी लागू किया है जिसका छोटे उधमी महिलाएं भी फायदा ले सकती हैं।

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Conclusion

इन सभी योजनाओं के माध्यम से सरकार ने गृहउद्योग को बेहतर बनाने की कोशिश की है। इन सभी गृह उद्योग के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप अपने स्थानीय बैंक या जिला उद्योग केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।

मुझे उम्मीद है कि आपको आपके सवाल How To Start Mahila Gruh Udyog का जवाब मिल गया होगा। अगर आपको हमारा Article अच्छा लगा है तो आप इसको अपने Friends और Relatives के साथ share कर सकते हैं। 

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